मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को बताया कि वैकल्पिक चिकित्सा के तौर पर मध्यप्रदेश में लोगों को आयुष की दवा भी दी जा रही है। करीब 6 लाख लोगों को इसका डोज़ दिया जा चुका है। इसके साथ, ही शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए 17 लाख 50 हजार लोगों को होम्योपैथी की दवा भी दी गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में फसलों की कटाई और गेहूँ खरीदी के संबंध में की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में भी प्रधानमंत्री को जानकारी दी। श्री चौहान ने बताया कि स्वयंसेवी संगठनों और जनप्रतिनिधियों की कोर कमेटी भी तैयार की गई है। कोरोना से निपटने के लिए जन अभियान परिषद को सक्रिय किया जा रहा है। एनसीसी और एनएसएस के कार्यकर्ताओं के साथ ही ग्राम स्तर तक सेवाभावी व्यक्तियों के सहयोग से एक मजबूत तंत्र खड़ा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को विश्वास दिलाया कि इंदौर के साथ ही मध्यप्रदेश में जनसहयोग से कोरोना पर नियंत्रण पाने में हम सफल हो जायेंगे।
क्वारेंटाइन की निरंतर कार्यवाही
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि तब्लीगी जमात में शामिल होकर मध्यप्रदेश लौटे व्यक्तियों को क्वारेंटाइन में रखने की कार्यवाही की गई है। मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में 31 हजार व्यक्तियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इनमें से 16 हजार की क्वारेंटाइन अवधि पूरी हो गई है। होटलों और मैरिज गार्डन को क्वारेंटाइन स्थल में तबदील किया गया है। चिन्हित लोगों को सर्विलेंस में दिया गया है। लॉकडाउन लागू होने के बाद लोगों की आवाजाही को रोका गया है। नागरिकों को अत्यावश्यक सेवाएं मिल रही हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसमें जनता का अच्छा सहयोग मिल रहा है। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री की अधिकारियों से चर्चा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा राज्य, जिला, विकासखंड और थाना स्तर पर विभिन्न समुदायों के प्रमुख लोगों के साथ बैठकें आयोजित की जाएं। जिला स्तर पर क्राइसेस मैनेजमेंट टीम को सक्रिय किया जाए। इसमें स्वैच्छिक संगठन शामिल किए जाएं। उपचार के स्तर पर दवाओं की आपूर्ति और जाँच की सुविधाएँ बढ़ाकर मध्यप्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण पाने का ऐसा कार्य किया जाए, जिससे मध्यप्रदेश इस संकट से उबरने के प्रयासों का मॉडल बने। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैंकों के साथ बैठक अयोजित करने, अनाज के लिए खरीदी केन्द्र बढ़ाने और विभिन्न वर्गों के हित में कार्य के लिए विभागों को समन्वय बढ़ाकर कार्य करने के निर्देश दिए।